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किसानों का ‘भारत बंद’ यूँ तो मंगलवार, 8 दिसंबर को है, लेकिन इसे लेकर राजनीतिक हलचल एक दिन पहले ही शुरू हो गई है.

लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस समाजवादी पार्टी की गतिविधियों पर नज़र रख रही है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को ही कहा था कि ‘वे किसानों की माँगों को वाजिब मानते हैं और वे किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करेंगे.’ पर सोमवार सुबह यूपी पुलिस ने उनके घर के बाहर डेरा डाल दिया.

मोदी सरकार के कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ पंजाब और हरियाणा के किसान बीते 12 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर डेरा जमाया हुआ है. साथ ही, देश के कई ज़िलों में किसानों का प्रदर्शन जारी है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को सिंघु बॉर्डर का दौरा किया, जहाँ इस वक़्त प्रदर्शनकारी किसानों का सबसे बड़ा डेरा है. उन्होंने दोहराया कि ‘आम आदमी पार्टी किसानों के साथ है.’

केंद्र सरकार ने किसानों से अपील की थी कि वो ऐसे किसी बंद का आह्वान ना करें और बच्चों व बूढ़ों को प्रदर्शन स्थलों से घर भेज दें. सरकार ने कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए किसानों से यह अपील की थी.

लेकिन किसानों ने सरकार की यह अपील ठुकराते हुए 8 दिसंबर के भारत बंद का आह्वान किया है. किसान चाहते हैं कि केंद्र सरकार तीनों नये कृषि क़ानूनों को वापस ले. किसानों का कहना है कि इस नए क़ानून के कारण उन्हें अपना अनाज औने-पौने दाम पर बेचना होगा और न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था ख़त्म हो जाएगी.

इसे लेकर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच बातचीत जारी है. पाँच चरण की वार्ता हो चुकी है जो अब तक बेनतीजा रही. बुधवार, 9 दिसंबर को यानी भारत बंद के ठीक एक दिन बार, सरकार और किसान संगठनों में छठे चरण की वार्ता होनी है.

माना जा रहा है कि केंद्र सरकार किसानों के प्रदर्शन से दबाव में है. किसानों से वार्ता में शामिल कुछ केंद्रीय मंत्रियों के बयानों से ऐसे संकेत मिले हैं कि सरकार पीछे हट सकती है.

इस बीच ना सिर्फ़ मुख्य विपक्षी दलों, बल्कि बीजेपी के कुछ सहयोगी दलों ने भी किसानों की माँगों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि वो मंगलवार को भारत बंद के समर्थन में रहेंगे.

भारत बंद को ध्यान में रखते हुए हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर, जो अब तक प्रदर्शन के सबसे बड़े केंद्र रहे हैं, वहाँ अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने की तैयारी की है.

अब तक क़रीब 18 राजनीतिक पार्टियों ने कहा है कि वो किसानों के भारत बंद के समर्थन में हैं.

सोमवार सुबह बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, “कृषि से संबंधित तीन नये क़ानूनों की वापसी को लेकर पूरे देश भर में किसान आंदोलित हैं. उन्होंने 8 दिसंबर को जिस भारत बंद का ऐलान किया है, बीएसपी उसका समर्थन करती है. साथ ही केंद्र सरकार से अपील करती है कि वो किसानों की माँगों को माने.”