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उपद्रवियों ने 8 बसें तोड़ी 17 वाहनों को नुकसान पहुंचाया 86 पुलिसकर्मी घायल हुए 12 एफ आई आर दर्ज हुई है। दीप सिद्धू जिसने लाल किले पर झंडा लगाने का दुस्साहस किया था उससे किसान संगठनों ने पूरी तरह अपना पल्ला झाड़ लिया है। देर रात जितने रास्ते बंद किए गए थे सभी रास्ते खोल दिए गए हैं।

किसान नेताओं ने बयान जारी करके दीप सिद्धू को केंद्र सरकार का आदमी बताने की कोशिश भी की है। किसानों का कहना है कि हम लोगों का लाल किले की तरफ जाने का कोई इरादा नहीं था। कैसे लोग गए, दीप सिद्धू के पास माइक कैसे आया? यह सारी बातें जांच करने वाली हैं।

इस बीच कल से बंद इंटरनेट सेवा अभी पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाई है दिक्कतें अभी भी आ रही है सारे प्रदर्शनकारी देर रात तक अपने-अपने कैंपों में लौट चुके थे। रात में पुलिस ने भी गश्त किया। संवेदनशील स्थानों पर अधिक मात्रा में अर्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है। पूरी दिल्ली में सुरक्षा की कड़ी चौकसी व्यवस्था की गई है, क्योंकि किसानों की अभी संसद मार्च की घोषणा 1 फरवरी की बाकी है। इसे लेकर सरकार भी रणनीति बना रही है। इस बीच किसानों ने ऐलान किया है कि आंदोलन जारी रहेगा और इस बात का ध्यान दिया जाएगा कि आंदोलन में हिंसक तत्व कतई अपनी भूमिका न निभा पाएं।

इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा की ऐसे सारे लोग चिन्हित हैं जिन्होंने अराजकता की है। योगेंद्र यादव ने तोड़ फोड़ और लाल किले पर किये गए अराजक तत्वों के तांडव को शर्मनाक बताया है।