Subscribe to our YouTubeChannel

बुधवार को अलीबाग सीआईडी की टीम अर्णब गोस्वामी को जब खुदकुशी के दो साल पुराने केस में गिरफ्तार करने आई थी, तो उस वक्त एक सिपाही को खासतौर पर मोबाइल से वीडियो रिकॉर्डिंग करने को कहा गया था। उसी वीडियो रिकॉर्डिंग को सबूत बनाते हुए अर्णब पर एन. एम. जोशी मार्ग पुलिस स्टेशन में एक और एफआईआर आईपीसी के सेक्शन 353, 504 और 506 के तहत दर्ज की गई, इसमें मूल रूप से सरकारी कर्मचारी को उसकी ड्यूटी करने में व्यवधान डालना और जानबूझकर अपमान करने के आरोप लगाए गए हैं। हां, पुलिस ने अपने कुछ गवाह भी तैयार किए हैं। खास बात यह है कि एन. एम. जोशी मार्ग पुलिस ने इस केस में अर्णब की पत्नी व बेटे सहित दो अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया है।

अलीबाग से टीम डीएसपी प्रवीण पाटिल के नेतृत्व में अर्णब के लोअर परेल वाली बिल्डिंग में बुधवार सुबह करीब सात बजे पहुंच गई थी। मुंबई पुलिस से टीम ने टीआरपी केस की जांच कर रहे इंस्पेक्टर सचिन वझे और कुछ अन्य अधिकारियों की मदद ली। टीम को एक घंटे की कोशिश के बाद अर्णब के घर में एंट्री मिली, क्योंकि अर्णब और उनका परिवार दरवाजा खोलने को ही तैयार नहीं था। पुलिस ने जो वीडियो बनाया है, उसमें वह पल भी कैद है, जब गोस्वामी दरवाजा खोलते हैं और पाटिल उनसे बाहर आने को कहते हैं, तो गोस्वामी पुलिस टीम पर चिल्लाने लगते हैं। उसी दौरान पाटिल जब अर्णब को पकड़ने की कोशिश करते हैं, तो अर्णब पुलिस पर फिजिकल असॉल्ट का आरोप लगाते हैं।

अर्णब की पत्नी ने भी पुलिस पर लगाए आरोप

उसी दौरान पाटिल उनसे बिना गुस्सा हुए कहते हैं कि आपको अरेस्ट किया जा रहा है और आपको अलीबाग ले जाया जा रहा है। लेकिन अर्णब पुलिस पर फिजिकल असॉल्ट का आरोप लगाते रहते हैं। एक बार अर्णब यह कहते भी सुने गए कि वह रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ हैं और पुलिस उन्हें उनके घर में इस तरह फिजिकली असॉल्ट नहीं कर सकती। अर्णब की पत्नी भी पुलिस पर आरोप लगाती हैं। उसी दौरान अर्णब पुलिस को बाहर इंतजार करने को कहते हैं।

पुलिस के पास घर से ले जाने की क्लिप भी मौजूद

उसी दौरान एक महिला पुलिस अधिकारी अर्णब की पत्नी से गिरफ्तारी कागजात पर सिग्नेचर करने को कहती हैं, जिसे करने से अर्णब अपनी पत्नी को मना करते हैं। उसी दौरान पुलिस, अर्णब और परिवार के बीच बहस होती रहती है। अर्णब की पत्नी भी इसी दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग करती रहती हैं। पुलिस टीम अर्णब से साथ में चलने और जांच में सहयोग की बात बार-बार करती है। कुछ देर के इंतजार के बाद अर्णब को जबरन उनके सोफे से उठाया जाता है और फिर बिल्डिंग से नीचे ले जाकर पुलिस की गाड़ी में बैठाकर अलीबाग ले जाया जाता है। उस दौरान की भी पुलिस ने वीडियो रिकॉर्डिंग की है।

मैजिस्ट्रेट ने मांगी अर्णब की मेडिकल रिपोर्ट

जब अलीबाग कोर्ट में अर्णब ने बुधवार को पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया, तो मैजिस्ट्रेट ने सरकारी डॉक्टर से उनकी मेडिकल रिपोर्ट सौंपने को कहा। देर रात अर्णब को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। हालांकि जिस तरीके से अर्णब को पुलिस की कैदियों वाली गाड़ी में बैठाया गया, उस पर पुलिस की भी आलोचना हो रही है कि उनके साथ किसी संगीन अपराधी जैसा व्यवहार किया गया। उन्हें एक छोटी कार में बैठाकर भी ले जाया जा सकता था।