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दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड में मचे बवाल के बीच मंगलवार शाम को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उच्चस्तरीय बैठक की। गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में गृह मंत्रालय के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में दिल्ली की कानून व्यवस्था पर चर्चा हुई।

मालूम हो कि केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच किसानों ने आज ट्रैक्टर परेड निकाली थी, जिसके लिए उनके और पुलिस के बीच में रूट को लेकर सहमति बनी थी।

हालांकि, परेड निकाल रहे किसानों का एक गुट निर्धारित रूट से अलग चला गया। किसान लाल किले के ऐतिहासिक स्मारक तक पहुंच गए, जहां उन्होंने अपने झंडे लगा दिए। लाल किले पहुंचे प्रदर्शनकारी उस ध्वज-स्तंभ पर भी अपना झंडा लगाते दिखे जिसपर प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। इन प्रदर्शनकारियों में ‘निहंग’ भी शामिल थे। बाद में, पुलिस ने लालकिला परिसर को खाली कराने के लिए लाठीचार्ज किया।

इससे पहले लगातार उद्घोषणा की जा रही थी कि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से लालकिले से हट जाएं। वहीं, इससे पहले प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर परेड के निर्धारित मार्ग से हटकर आईटीओ पहुंच गए। जब उन्होंने वहां से लुटियंस क्षेत्र की ओर बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा।

दिल्ली-NCR के कुछ हिस्सों में रोकी गई इंटरनेट सेवा

वहीं, सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में किसानों के प्रदर्शन के बीच दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवा बंद करने का मंगलवार को आदेश भी जारी किया। दूरसंचार विभाग के मुताबिक संचार सेवा कंपनियों को भेजे गए एक सरकारी आदेश में गणतंत्र दिवस के दिन सिंघू, गाजीपुर, टीकरी, मुकरबा चौक और नांगलोई तथा उनसे लगे दिल्ली के इलाकों में दोपहर 12 बजे से रात 11 बज कर 59 मिनट तक इंटरनेट सेवा अस्थायी तौर पर स्थगित करने का निर्देश दिया गया है।

दूरसंचार विभाग के प्रवक्ता के मुताबिक, इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश स्थानीय कानून के तहत जारी किया गया है, ना कि विभाग के द्वारा। प्रदर्शन स्थल के करीब रहने वाले लोगों ने कहा है कि उनके इलाके में इंटरनेट सेवा निलंबित होने के बारे में उनके मोबाइल पर एसएमएस आ रहे हैं।